Senior Citizen Railway Benefit - भारतीय रेलवे में वरिष्ठ नागरिक के लिए क्या छूट है?

Senior Citizen Railway Benefit - भारतीय रेलवे में वरिष्ठ नागरिक के लिए क्या छूट है?

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Senior Citizen Railway Benefit - भारतीय रेलवे में वरिष्ठ नागरिक के लिए क्या छूट है? 

भारतीय रेलवे की सभी श्रेणियों की मेल / एक्सप्रेस / राजधानी / शताब्दी / जन-शताब्दी / दूरंतो समहू के किराये में कम से कम 60 वर्ष के पुरुष वरिष्ठ नागरिकों और न्यूनतम 58 वर्ष की महिला वरिष्ठ नागरिकों को किराये में छूट दी गई है। रियायत छूट पुरुषों के लिए 40% और महिलाओं के लिए 50% है।
Railway Ticket Cancellation - कन्फर्म टिकट रिफंड, कैंसिल /वापसी नियम

Railway Ticket Cancellation - कन्फर्म टिकट रिफंड, कैंसिल /वापसी नियम

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Railway Ticket Cancellation - कन्फर्म टिकट रिफंड, कैंसिल /वापसी नियम (सामान्य टिकट रद्द करने और रिफंड प्राप्त करने के नियम)

पैसों की वापसी टिकट रद्द करने के समय और आपके टिकट की स्थिति के आधार पर होती है। ट्रेन के निर्धारित प्रस्थान के 48 घंटे पहले कन्फर्म टिकट रद्द करने के लिए।

प्रति यात्री कन्फर्म टिकट रद्द करने का शुल्क:-

  • प्रथम एसी / एग्जीक्यूटिव क्लास - रु. 240 / -
  • एसी - 2 टायर / प्रथम श्रेणी - रु. 200 /-
  • एसी - 3 टायर / एसी चेयर कार, एसी - 3 ईकोम्नी - रु. 180 /-
  • स्लीपर - रु. 120 / -
  • द्वितीय श्रेणी - रु. 60 / -
यदि, गाड़ी के निर्धारित प्रस्थान से 48 घंटे पहले और 12 घंटे के बीच टिकट रद्द करने के लिए प्रस्तुत किया जाता है, तो रद्दकरण प्रभार न्यूनतम फ्लैट दर के अंतर्गत किराये का 25% होगा।
यदि, गाड़ी के निर्धारित प्रस्थान से 12 घंटे पहले और 4 घंटे के बीच टिकट रद्द करने के लिए प्रस्तुत किया जाता है, तो रद्दकरण प्रभार न्यूनतम फ्लैट दर के अंतर्गत किराये का 50% होगा।

चार्ट तैयार होने के बाद कन्फर्म टिकट पर कोई रिफंड नहीं मिलेगा।
वेटिंग लिस्ट टिकट और रिजर्वेशन अगेंस्ट कैंसिलेशन (RAC) टिकट को ट्रेन के निर्धारित प्रस्थान के आधा घंटा (30 मिनट) पहले तक टिकट रद्द (कैंसिल) किया जा सकता है। उनको क्लर्क प्रभार काट कर बाकी बची धनराशी वापस कर दी जाती है।

Rameshwaram Kaise Jaye - रामेश्वरम कैसे पहुँचे

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Rameshwaram Kaise Jaye - रामेश्वरम कैसे पहुँचे

रामेश्वरम हिंदुओं का एक पवित्र तीर्थ है। यह तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले में स्थित है। यह तीर्थ हिन्दुओं के चार धामों में से एक है। इसके अलावा यहां स्थापित शिवलिंग बारह द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है। रामेश्वरम  जाने के लिए  मदुरई  जो तमिलनाडु का सबसे बड़ा शहर है।उससे गुजरकर जाना होता है। रामेश्वरम के लिए भारत के सभी प्रमुख शहरों से डाइरेक्ट ट्रेन सुविधा उपलब्ध  है।अगर आपके शहर से  रामेश्वरम के लिए डायरेक्ट ट्रैन नहीं है, तो मदुरई जाने के लिए अवश्य होगी ही।मदुरई से कुल ८९ ट्रेने गुजरती है।  मदुरई से रामेश्वरम ट्रैन से भी जा सकते है या बस से भी जा सकते हो। रामेश्वरम से 154 किलोमीटर की दूरी पर मदुरई हवाई अड्डा है। आप यदि रेल के जरिए जाना चाहते हैं तो रामेश्वरम रेलवे स्टेशन देश के विभिन्न शहरों से पूरी तरह से जुड़ा हुआ है।
Rameshwaram Kaise Jaye - रामेश्वरम कैसे पहुँचे

रामेश्वरम चेन्नई से करीब 425 मील दूर दक्षिण-पूर्व में स्थित एक सुंदर टापू है, जिसे हिंद महासागर और बंगाल की खाड़ी चारों तरफ से घेरे हुए हैं। प्राचीन समय में यह टापू भारत के साथ सीधे जुड़ा हुआ था। बाद में धीरे-धीरे सागर की तेज लहरों ने इसे काट दिया, जिससे यह टापू चारों ओर से पानी से घिर गया। फिर अंग्रेजों ने एक जर्मन इंजीनियर की मदद से रामेश्वरम् को जोड़ने के लिए एक रेलवे पुल का निर्माण किया।

24 कुओं का विशेष महत्व

श्री रामेश्वरम में 24 कुएं है, जिन्हें 'तीर्थ' कहकर संबोधित किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि इन कुओं के जल से स्नान करने पर व्यक्ति को उसके सभी पापों से मुक्ति मिलती है। यहां का जल मीठा होने से श्रद्धालु इसे पीते भी हैं। मंदिर-परिसर के भीतर के कुओं के सम्बन्ध में ऐसी मान्यता है कि ये कुएं भगवान श्रीराम ने अपने अमोघ बाणों के द्वारा तैयार किये थे। उन्होंने अनेक तीर्थो का जल मंगाकर उन कुओं में छोड़ा था, जिसके कारण उन कुओं को आज भी तीर्थ कहा जाता है।


रामेश्वरम यात्रा करने का अच्छा समय


सर्दियों के दिनों में रामेस्वरम का मौसम बहुत सुहाना होता है। नवम्बर  से फेब्रुवारी के बिच की यात्रा काफी सुखद होगी। 


Railway Retiring Room - रेलवे रिटायरिंग रूम बुक करने की विधि

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Railway Retiring Room - रेलवे रिटायरिंग रूम बुक करने की विधि


रेलवे रिटायरिंग रूम ऐसे कमरे हैं जो पूरे भारत के अधिकतर रेलवे स्टेशनों पर उपलब्ध हैं, वे एसी और नॉन एसी संयोजन के साथ सिंगल, डबल बैड और शयनग्रह में उपलब्ध हैं। यदि आपके पास कन्फर्म या आरएसी टिकट है तभी आप रिटायरिंग बुक कर सकते हैं। इसकी बुकिंग https://www.irctc.co.in या http://www.irctctourism.com वेबसाइट पर होती है। Accomodation में जाकर आप रिटायरिंग रूम पर क्लिक करें।अब एक पेज खुलेगा जिस पर आप अपना पीएनआर नम्बर टाइप करें और उसके बाद ओके बटन पर क्लिक करें। इसके बाद जो पेज खुलेगा उस पर आप किस स्टेशन पर बुक करना चाहते हैं उसके बारे में पूछा जाएगाये आपके ट्रेन के प्रस्थान का स्टेशन होगा या गंतव्य स्टेशन होगा। जहां से आप यात्रा आरंभ करते हैं या जहां आपकी यात्रा समाप्त हो रही है। उसके बाद आप तिथि और रूम का टाइप सेलेक्ट करें उसके बाद यात्रिायों का नाम और जानकारी भरें तथा उसके बाद पेमेंट करें। रिटायरिंग रूम बुकिंग की अवधि अधिकतम 12 घंटे से 48 घंटे तक है।

Railway Retiring Room - रेलवे रिटायरिंग रूम बुक करने की विधि



रिटायरिंग रूम रद्द करने के नियम क्या हैं?
  • अगर आप रिटायरिंग रूम को चेक इन् के 48 घंटे पहले रद्द करते हैं, तो आपकी 10% राशि काट ली जाएगी।
  • अगर आप रिटायरिंग रूम को चेक इन् और 48 घंटे के बीच में रद्द करते हैं तो आपकी 50% राशि काट ली जाएगी।
  • अगर आप रिटायरिंग रूम चेक इन्र के दिन रद्द करते है तो आपकी 100% काट ली जाएगी।
  • अलग-अलग यात्री रूम रद्द करने की अनुमति नही हैं, पूरा रूम रद्द करने की अनुमति है।
  • अगर एक से अधिक कमरे बुक किए है और कुछ कमरों को रद्द करने का प्रयास कर रहे हैं, तो रद्दीकरण नियम 1, 2 और 3 के अनुसार ही रद्द होंगे।
वेटिंग लिस्ट टिकट पर रिटायरिंग रूम नहीं बुक किया जा सकता है


Shimla Tour Guide -  कैसे पहुंचे शिमला

Shimla Tour Guide - कैसे पहुंचे शिमला

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Shimla Tour Guide -  कैसे पहुंचे शिमला हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला एक प्रमुख टूरिस्ट डेस्टिनेशन हैं और शिमला कैसे पहुंचे यह बड़ा सवाल नहीं है क्योंकि राज्य की राजधानी और प्रमुख पर्यटन स्थल होने के कारण यहां हवाई, रेल या सड़क मार्ग से आसानी से पहुंचा जा सकता है। शिमला तक कई शहरों से सीधी बस की सुविधा भी है। जून महीने में ही शिमला से चंडीगढ़ हेलिकॉप्टर सर्विस की शुरुआत भी है जो केवल 25 मिनट में चंडीगढ़ से शिमला पहुंचा देता है। वहीं कुछ लोग फन राइड के लिए टॉय ट्रेन का विकल्प भी चुनते हैं जो कालका से शिमला के बीच चलती है। यह आपके बजट और मूढ पर निर्भर करता है कि आप शिमला कैसे जाना चाहते हैं। यहां हम आपको शिमला पहुंचने के सभी विकल्पों के बारे में बता रहे हैं।

सड़कमार्ग 
यह शिमला पहुंचने का पारंपारिक तरीका है। शिमला तक रोड की अच्छी कनेक्टिविटी है। शिमला के सबसे नजदीकी शहर कालका है जो शिमला से करीब 80 किलोमीटर दूर है। इसके अलावा चंडीगढ़ 113 किलोमीटर है। चंडीगढ़ से शिमला तक नैशनल हाइवे-22 के जरिए पहुंचा जा सकता है। शिमला से दिल्ली की दूरी करीब 370 किलोमीटर है। 

बस से शिमला- शिमला तक दिल्ली, चंडीगढ़ और दूसरे बड़े शहरों से सीधी बस की सेवा उपलब्ध है। सबसे आरामदायक वोल्वो की बस होती है जिसमें टीवी स्क्रीन और एयरकंडीशन की सुविधा होती है लेकिन इनका किराया थोड़ा महंगा होता है कम किराए के लिए आप डीलक्स बस सर्विस या साधारण बस सेवा भी चुन सकते हैं। कालका से शिमला, कुल्लू से शिमला और अंबाला से शिमला के लिए भी सीधी बस सेवा उपलब्ध है। 

कार से शिमला- आप खुद ड्राइव करके भी शिमला पहुंच सकते हैं या शिमला जाने के लिए टैक्सी भी कर सकते हैं। आप शिमला के नजदीकी शहर चंडीगढ़ या कालका पहुंचकर यहां से कैब बुक कर सकते हैं। कालका से शिमला पहुंचाने में कैब 3.30-4 घंटे लेती है। 

रेल मार्ग 
शिमला के सबसे नजदीकी स्टेशन कालका है जो शिमला को कलकत्ता और दिल्ली के साथ देश के दूसरे बड़े शहरों से जोड़ता है। कालका से शिमला के लिए टॉय ट्रेन चलती है जो नैरो गेज लाइन है। जबकि कालका तक ब्रॉड गैज लाइन बिछी है। रेल के जरिए मुंबई से शिमला पहुंचने के लिए भी आपको पहले कालका आना होगा फिर कालका से टॉय ट्रेन या कैब करके आप शिमला पहुंच सकते हैं। कालका से शिमला पहुंचाने में टॉय ट्रेन 4.5-5 घंटे तक लेती है। अगर आपके पास समय है और आप कुछ नया अनुभव करना चाहते हैं तो कालका से शिमला पहुंचने के लिए टॉय ट्रेन का विकल्प चुनें। यह टॉय ट्रेन 103 सुरंगों से होकर गुजरती है। रोजाना इस ट्रेन के एक तरफ से 3-4 फेरे होते हैं। 

हवाई मार्ग 
शिमला का अपना कोई एयरपोर्ट नहीं है शहर के सबसे नजदीक जुबरहट्टी एयरपोर्ट है जो शिमला से 20 किलोमीटर दूर है। अगर आप मुंबई से शिमला पहुंचना चाहते हैं या हैदराबाद से शिमला पहुंचना चाहते हैं तो आपको दिल्ली या चंडीगढ़ की फ्लाइट पकड़नी होगी। यहां से आपको जुबरहट्टी के लिए फ्लाइट बदलनी होगी या आप आगे का सफर बस या कैब से कर सकते हैं। दिल्ली से जुबरहट्टी पहुंचने में फ्लाइट करीब 1 घंटा लेती है। 

हेलिकॉप्टर से शिमला- अगर बिल्कुल शहर के बीच में लैंड करना चाहते हैं तो आप हेलिकॉप्टर सर्विस का सहारा ले सकते हैं। चंडीगढ़ से शिमला हेलिकॉप्टर सर्विस की शुरुआत जून महीने में ही हुई है। आप चंडीगढ़ तक देश के किसी भी शहर से फ्लाइट पकड़कर पहुंच सकते हैं और चंडीगढ़ से शिमला हेलिकॉप्टर में जा सकते हैं। चंडीगढ़ से शिमला पहुंचाने में हेलिकॉप्टर केवल 25 मिनट लेता है और इसका प्रति व्यक्ति किराया करीब 3500 रुपए है। 
इन हिल स्‍टेशनों पर उठाएं Toy Train का लुत्‍फ

इन हिल स्‍टेशनों पर उठाएं Toy Train का लुत्‍फ

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ट्रेन में खाते-पीते और गाते-गुनगुनाते सफर करने का भी अपना एक अलग ही मजा है। उस पर भी आपको अगर Toy Train में सफर करने को मिले तो यह मजा दोगुना हो जाता है। अगर आपको टॉय ट्रेन का मजा लेना है तो हिल स्‍टेशन का रुख करना होगा। खूबसूरत वादियों में कभी घने जंगलों के बीच से तो कभी अंधेरी सुरंगों के बीच से तो फिर चाय के बागानों से होती हुई Toy Train में बैठने का एक्‍सीरियंस अपने आप में एकदम नया होता है। टॉय ट्रेन की यात्रा सभी को आनंदित करती है। खासकर कि बच्‍चों को Toy Train में सफर करने में बहुत ही मजा आता है। अगर आप कहीं घूमने का मन बना रहे हैं तो इस बार ऐसे डेस्टिनेशन पर जाने का प्‍लान बना सकते हैं, जहां आपको घूमने-फिरने के साथ टॉय ट्रेन में भी मस्‍ती करने का अनुभव मिल सके। यहां हम आपको बता रहे हैं देश की ऐसी 5 Toy Train के बारे में... 


कालका-शिमला हेरिटेज
कालका-शिमला हेरिटेज ट्रैक पर चलने वाली ऐतिहासिक टॉय ट्रेन शिमला तक पहुंचने का आसान जरिया है। इस टॉय ट्रेन के लिए ट्रेक को 1903 में ही तैयार कर लिया गया था। अब यह शिमला आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र है। यह ट्रेन 96 किमी लंबे ट्रैक पर चलती है और 20 स्‍टेशनों को कवर करती है। अपने पूरे सफर में यह ट्रेन 103 सुरंगों, 800 पुल और करीब 900 घुमावदार मोड़ को कवर करती है। इस ट्रेन की पूरी ट्रिप को कवर करने में 5 घंटे लगते हैं। यह चंडीगढ़ के निकट कालका से शुरू होती है और शिमला तक जाती है। रास्‍ते भर ट्रेन में खूबसूरत प्राकृतिक नजारों का लुत्‍फ आप उठा सकते हैं। 



दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे 
न्यू जलपाईगुड़ी से दार्जिलिंग के बीच चलने वाली ट्रेन दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे (टॉय ट्रेन) को यूनेस्को ने दिसंबर 1999 में वर्ल्‍ड हेरिटेज साइट का दर्जा दिया था। इसके बीच की दूरी करीब 78 किलोमीटर है। इन दोनों स्टेशनों के बीच करीब 13 स्टेशन हैं। यह पूरा सफर करीब आठ घंटे का है। इस पूरे सफर में ट्रेन से दिखने वाले नजारे बेहद लाजवाब होते हैं। इस ट्रेन की सवारी किए बिना दार्जिलिंग की यात्रा को अधूरा माना जाता है। 


नरेल-माथेरान टॉय ट्रेन 
महाराष्ट्र में स्थित माथेरान छोटा, लेकिन अद्भुत हिल स्टेशन है। यह करीब 2650 फीट की ऊंचाई पर है। नरेल से माथेरान के बीच टॉय ट्रेन के जरिए हिल टॉप का सफर काफी रोमांचक है। इस रेल मार्ग पर करीब 121 छोटे-छोटे पुल और करीब 221 मोड़ आते हैं। इस मार्ग पर चलने वाली ट्रेनों की स्पीड 20 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा नहीं होती है। माथेरान करीब 803 मीटर की ऊंचाई पर इस मार्ग का सबसे ऊंचा रेलवे स्टेशन है। 


नीलगिरि माउंटेन रेलवे
यह भी एक पॉप्‍युलर वर्ल्‍ड हेरिटेज साइट है। इसी Toy Train पर शाहरुख खान के ‘चल छइयां-छइयां' गाने की शूटिंग हुई थी। हालांकि यह देश की सबसे धीमे चलने वाली ट्रेन है। यह केवल 16 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल पाती है। पहाड़ों पर कहीं-कहीं तो इसकी रफ्तार महज 5 किमी प्रति घंटा ही रह जाती है। इस ट्रेन के बारे में यहां तक कहा जाता है कि आप चलती ट्रेन में से उतरकर थोड़ा इधर-उधर टहलकर वापस इस ट्रेन में आकर बैठ सकते हैं। मेट्टुपालियम से ऊटी के बीच नीलगिरि माउंटेन ट्रेन की यात्रा का रोमांच ही कुछ और है। इस बीच में करीब 10 रेलवे स्टेशन आते हैं। मेट्टुपालियम के बाद टॉय ट्रेन के सफर का अंतिम पड़ाव उदगमंदलम है। यह टॉय ट्रेन हिचकोले खाते हरे-भरे जंगलों के बीच से जब ऊटी पहुंचती है, तब आप 2200 मीटर से ज्यादा की ऊंचाई पर पहुंच चुके होते हैं।
IRCTC: अब 1 यूजर आईडी से 1 महीने में बुक कर सकते हैं 12 टिकट

IRCTC: अब 1 यूजर आईडी से 1 महीने में बुक कर सकते हैं 12 टिकट

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भारतीय रेलवे दिन-प्रतिदिन अपनी सेवाओं को बेहतर बनाने का प्रयास कर रही है। इसमें इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर डिजिटल सेवाओं की बेहतरी भी शामिल है। आईआरसीटीसी द्वारा हर दिन यात्रियों के लिए यह प्रयास किया जा रहा है कि उन्हें यात्रा में कोई तकलीफ न हो। ऑनलाइन टिकट बुकिंग की प्रक्रिया को सरल और सहज बनाने के साथ ही आईआरसीटीसी द्वारा केटरिंग और टूरिज्म की सुविधाएं शुरू की गईं थीं। हाल ही आईआरसीटीसी की तरफ से इस दिशा में एक और कदम उठाया गया है। 


आईआरसीटीसी अब एक यूजर आईडी से एक महीने में 12 टिकट बुकिंग करने की सुविधा दे रही है। वे यूजर जिनका आधार कार्ड नंबर आईआरसीटीसी की वेबसाइट से लिंक है, वे अब एक महीने में 12 रेल टिकट बुक कर सकते हैं। नए नियम के मुताबिक, यात्री ट्रेन प्रस्थानवाले दिन से 120 दिन पहले अपने लिए टिकट बुक कर सकते हैं। हालांकि एक दिन में एक यूजर आईडी से सुबह 8 बजे से 10 बजे तक केवल दो ही टिकट बुक किए जा सकेंगे। 


आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर अपने यूजर अकाउंट से आधार कार्ड का आईडी लिंक करने के लिए आपको पहले 'My Profile'कैटिगरी के नीचे दिए गए आधार KYC विकल्प पर क्लिक करना होगा। इसके बाद आपके आधार कार्ड से लिंक आपके मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) आएगा। जिसे आपको दिए गए विकल्प में भरना होगा। एक बार यह प्रक्रिया सही से पूरी हो जाने पर आप अपने लिए एक महीने में 12 रेल टिकट बुक कर पाएंगे। नए नियमों के अनुसार, ओटीपी प्राप्त करने के बाद यूजर नेट बैंकिंग के द्वारा पेमेंट कर सकेंगे। 

हालांकि तत्काल टिकट ट्रेन के प्रस्थान के एक दिन पहले बुक किए जा सकेंगे। एसी कोच के लिए तत्काल टिकट की बुकिंग सुबह 10 बजे और स्लीपर के लिए 11 बजे से की जा सकेगी। आईआरसीटीसी से प्राप्त जानकारी के अनुसार, सुबह 8 से 8:30 बजे, 10 से 10:30 बजे और 11 से 11:30 बजे के बीच ट्रैवल एजेंट्स द्वारा टिकट बुकिंग की जा सकेगी। यात्रियों को टिकट बुकिंग में किसी तरह की दिक्कत न हो इसलिए यह टाइम स्लॉट दिया गया है।